Intraday trading क्या होता हैं? | कौनसे 5 बेस्ट Indicators का उपयोग कर सकते है?

 क्या आप ट्रेडिंग मे लॉस कर करके परेशान है? और जल्दी पैसे कमाने के लिए कोई तकनीक या स्ट्रैटिजी ढूंढ रहे है। तो आज आपकी इस समस्या का हल इस आर्टिकल मे हम बताने जा रहे है। तो इस आर्टिकल को पूर्ण पढ़े, ताकि महत्त्वपूर्ण पॉइंट्स आपसे  मिस ना हो जाए।


Intraday trading Indicators

आज के समय में जल्दी पैसे कमाने के लिए शेयर मार्केट ट्रेडिंग काफी की जाती है। यदि आप भी ट्रेडिंग करना पसंद करते हैं, तो आपके लिए आज की पोस्ट महत्वपूर्ण होने वाली है। इस पोस्ट में हम जानेंगे कि  इंट्राडे ट्रेडिंग क्या होता हैं?, कैसे काम करता हैं?, इसके कौन कौन से फायदे है ? और साथ ही हम आपको 5 Best Intraday Trading Indicators कौन से हैं? जिनका उपयोग कर आप जल्दी प्रॉफिटेबल हो सकते है।


Intraday Trading का मतलब होता है कि जिस भी दिन स्टॉक को खरीदो और उसी दिन बेस्ट rate पर स्टॉक को बेच दो । इसी पर मुनाफा कमा लो। इसे ही Intraday trading कहते हैं। 


INTRADAY Trading को ही day trading कहते हैं। ट्रेडर्स ज्यादा से ज्यादा profit बनाने के लिए अलग अलग best intraday trading indicators का प्रयोग करता हैं, जिसकी मदद से market के trends को एनालिसिस करना, market में कब एंट्री लेना हैं और कब exit लेना हैं । 


साथ ही market में risk को मैनेज करने के लिए भी trading indicators का प्रयोग करते हैं।

Market को समझने के लिए trading indicators का प्रयोग करना बहुत ही जरूरी हैं या तो आप नए trader हो experienced। इस blog में हम best 5 trading indicator के बारे में जानेंगे जिसकी मदद से हम आसानी से intraday trading कर सकते हैं।  Market में बहुत सारी indicator उपलब्ध हैं, लेकिन हमें अपने trading के अनुसार काफ़ी चलाकी से indicator के चयन करना हैं और इसके लिए हमने आज इस लेख के माध्यम से सब कुछ देखेंगे।


Intraday trading क्या हैं ?


Share market में ज़ब से online trading, investment शुरू हुआ, तब से लोग आसानी से घर बैठे trading कर पा रहे हैं । लोगो ने  knowledge लेकर इसे full time business बना लिया हैं। Share market में तरह तरह के investment और trading के ऑप्शन आ चुके हैं, उन्ही में से एक हैं Intraday trading। इसकी मदद से आप कम समय अच्छा profit बना सकते हैं।


Intraday Trading नाम से ही समझ आ रहा हैं की same day ही trading करना। मतलब की market खुलता हैं तो कंपनी के stock के value पुरे दिन में उतार चढ़ाव होते रहते हैंl इसी का फायदा उठाते हुए trader जल्दी stock को कम value में खरीद लेते हैं और फिर ज़ब इसकी value बढ़ती तब सेल कर देते हैं।  लाभ कमा लेते हैं।


हालांकि इसमें थोड़ा risk भी हैं। अगर आपको इसकी सही knowledge नहीं हैं तो  लेकिन इसको सही से समझा जाए, तो अच्छा profit बना सकते हैं। अगर इसको सही से प्रैक्टिस करे तो अच्छी तरह से trading कर सकते हैं।


Intraday trading Indicators क्या हैं?


Intraday indicator एक टेक्निकल टूल हैं, जिसकी मदद से trader को यह समझने में आसानी होती हैं की कोई भी प्रोडक्ट को कितना ज्यादा बेचा गया है या ज्यादा खरीदा गया हैं। किसी भी indicator को मापने के लिए 0 से 100 तक scale होती हैं।

अगर कोई कोई indicator 50 पर होती हैं तो वो सेंट्रल होती हैं। मतलब वो balanced होती हैं। लेकिन 50 से ज्यादा या कम हो तब उसे अधिक बिक्री या अधिक खरीद में समझा जाता हैं।

Traders best intraday trading indicators का इस्तेमाल करके market के trends को analyse करते हैं और उसके बाद निर्णय लेते हैं।


Intraday Trading कैसे काम करता हैं?


तो चलिए दोस्तों अब समझते हैं की Intraday Trading काम कैसे करता हैं? दोस्तों jaisa की हमने पहले ही समझ चुके हैं की Intraday trading में trader same day में ही stock को कम क़ीमत में खरीद कर ज्यादा दाम में बेचकर profit बनते हैं। आपको बता दे की आपके broker आपको intraday trading के लोए अच्छा मार्जिन देते हैं।


Intraday कैसे काम करता हैं इसको उदाहरण से समझते हैं :


आपने market खोला और देखा की किसी कम्पनी के stock का मूल्य ₹500 हैं, तो आपने इसके 100 stock खरीद लिए, तो आपने ₹50,000 में खरीद लिए । आपको 50% margin मिल गया हैं, तो आप 100 stocks और खरीद लिए मतलब ₹50,000 में 200 stocks खरीद लिए। 

आपने देखा की 1 घंटे बाद इसी stocks का मूल्य ₹520 हो गया, तो आपने बेच दिया। जिससे आपको एक stock से ₹20 का लाभ हुआ। मतलब आपके 200 stocks का profit 200*20= ₹4000 हुआ।


Intraday Trading के फायदे


दोस्तों अब देखते हैं intraday trading के फायदे के बारे में।

  • Intraday trading में एक दिन में ही profit बना सकते हैं।

  • Intraday में को भी overnight risk नहीं हैं।

  • इसमें आप कम लागत में ज्यादा profit बना सकते हैं।

  • इसमें आप दिन में कभी भी entry और exit ले सकते हैं।


Intraday Indicators के प्रकार


Stock market में मूल रूप से दो प्रकार के indicators हैं :

  • Lagging Indicators

  • Leading Indicators


Lagging Indicators: ये indicators हमें पिछले डाटा के अनुसार हमें market के trends को बताते हैं।


Leading Indicators: ये हमें market से एक कदम आगे रहने में मदद करती हैं। ये हमें market के trends को पहले ही बता देती हैं।


Top 5 Intraday Trading Indicators


चलिए तो देखते हैं अब Top 5 intraday Indicators जिसका प्रयोग काफ़ी traders करते हैं :


🔺Moving Averages: शुरू करते हैं सबसे common और पॉपुलर indicators से। Moving Average हमें किसी भी stocks के एवरेज प्राइस की जानकारी देती हैं। इसके साथ ही market के momentum, stop losses और trend reversal के बारे में बताती हैं। इसके दो प्रकार हैं :


Simple Moving Average: ये हमें एक स्पेशल time period की एवरेज प्राइस की गणना करती हैं। (SMA) हमें share प्राइस के up और down में थोड़ा कम सामवेदनशील हैं।


Exponential Moving Average: ये भी SMA की तरह हैं, लेकिन ये recent प्राइस को ज्यादा value देती हैं। बस इसी के कारण यह EMA ज्यादा पावरफुल हैं।


🔺MACD: MACD मतलब Moving Average Convergence Divergence, जिसकी मदद से traders market के trends और इसके moments को पहचान सकते हैं। MACD के नाम से ही पता चल रहा हैं की इसमें दो moving averge हैं पहला convergence और divergence। 

जिसकी मदद से हमें histogram में ज़ब लाइन निचे से ऊपर की तरफ कटती हैं, तो मतलब खरीदना हैं और अगर ऊपर से निचे की तरफ line कटती हैं, तो मतलब बेचना हैं।


🔺RSI : RSI मतलब की Relative Strength Index ये indicator intraday trading के लिए काफ़ी पॉपुलर है।इसमें हमें एक line मिलती हैं,जिसकी रेंज 0 से 100 तक होती हैं। जिससे यह समझा जाता हैं की stock कितना ज्यादा खरीदा या बेचा गया हैं। 

ज़ब इसकी रेंज 30 या इससे कम हो तो मतलब बेचा गया हैं और अगर 70 से 100 के बीच हैं, तो मतलब इसे खरीदा गया हैं। Traders इसका प्रयोग स्पीड के आकलन के लिए करते हैं।


🔺Bollinger Bands: इस indicator का प्रयोग market के वोलाटिलिटी के लिए करते हैं। इसमें हमें तीन अल्हम्दुलिल्लाह तरह के बंद मिलते हैं : middle band जो की 20 दिन sma पर आधारित होता,जबकि upper band ये a+2 के standard deviation पर होता हैं और lower band a-2 standard deviation पर होता हैं।


इस indicator की मदद से यहां पता चलता हैं की कोई भी stock का मूल्य कितना ऊपर जा सकता हैं, यह कितना नीचे जा सकता हैं।


🔺Commodity Channel Index :इसका प्रयोग करके हम किसी निश्चित समय में average प्राइस level के रिलेटिव में present प्राइस level को पता जान सकते हैं। ज़ब भी किसी stock की price उनकी average price से high होती हैं, तब CCI High हो जाती हैं ।

वही ज़ब अपनी average price से कम price पर होती हैं, तब CCI कम हो जाती हैं। इस तरह से हमलोग किसी stock के sell और buy के level को समझ पाते हैं।


Conclusion


आज के इस लेख में हमने trading indicators के बारे में जाना और इसी से जुड़ी सारी जानकारी को बताया। अगर आपको हमारा आज का लेख पसंद आया हैं, तो नीचे comment जरूर करे। इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करना ताकि उन्हें भी महत्वपूर्ण जानकारी मिल सके ।



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